शुगर (डायबिटीज) में कौन-सी होम्योपैथिक दवाई है सहायक ?

which homeopathic medicine is helpful in diabetes
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मधुमेह की बात करें तो ये किसी भी उम्र के व्यक्ति को प्रभावित कर सकती है। शुगर (डायबिटीज) के लिए होम्योपैथिक दवाएँ साथ ही अगर किसी को मधुमेह की बिमारी हो जाए तो पूरी उम्र ये व्यक्ति को काफी परेशान करती है। वही यह ज़िन्दगी भर चलने वाली बीमारी है, जिसमें आपके रक्त शर्करा का स्तर नार्मल से काफी ऊंचा हो जाता है। इस वजह से ये समस्या हो जाती है। 

इसके अलावा आज के लेख में हम बात करेंगे की ये समस्या व्यक्ति को अपना शिकार क्यों बनाती है, इसके लक्षण क्या हो सकते है और साथ ही कैसे हम इस समस्या से खुद को बाहर निकाल सकते है और होम्योपैथिक में इसका क्या इलाज शामिल है इसके बारे में भी बात करेंगे इसलिए इसको जानने के लिए आर्टिकल को अंत तक जरूर से पढ़े ;

शुगर (डायबिटीज) के लिए होम्योपैथिक दवाएँ

शुगर (डायबिटीज) की समस्या के कारण क्या है ?

  • इंसुलिन की कमी। 
  • परिवार में किसी व्यक्ति को डायबिटीज़ की समस्या का होना। 
  • बढ़ती उम्र भी डायबिटीज के खतरे को बढ़ा सकती है। 
  • हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल का होना। 
  • एक्सरसाइज ना करने की आदत।
  • हार्मोन्स का असंतुलन में होना। 
  • हाई ब्लड प्रेशर की समस्या। 
  • खान-पान की ग़लत आदतें।

डायबिटीज की समस्या से खुद का बचाव कैसे करें ? 

  • मीठा कम खाएं। 
  • एक्टिव रहें, और एक्सरसाइज करें।
  • पानी ज़्यादा पीएं।
  • वजन घटाएं।
  • स्मोकिंग और अल्कोहल लेने से परहेज करें।
  • हाई फाइबर डायट खाएं, प्रोटीन का सेवन भी अधिक मात्रा में करें।
  • विटामिन-डी की कमी ना होने दे।

क्या है शुगर या डायबिटीज की समस्या ?

  • हम जो भोजन करते हैं उससे, शरीर को ग्लूकोज प्राप्त होता है जिससे कोशिकाएं शरीर को ऊर्जा प्रदान करने में उपयोग करती हैं। यदि शरीर में इंसुलिन मौजूद नहीं होता है तो वे अपना काम सही तरीके से नहीं कर पाती हैं और ब्लड से कोशिकाओं को ग्लूकोज नहीं पहुंचा पाता। जिसके कारण ग्लूकोज ब्लड में ही इकट्ठा हो जाता है और ब्लड में अतिरिक्त ग्लूकोज नुकसानदायक साबित हो सकता है। 
  • तो आप भी अगर शुगर की नुकसानदायक समस्या का सामना कर रहें है तो इससे निजात पाने के लिए लुधियाना में होम्योपैथिक डॉक्टर का चयन करें।

डायबिटीज के लक्षण क्या है ?

  • थकान की समस्या। 
  • मतली। 
  • बार-बार पेशाब का आना। 
  • प्यास और भूख में वृधि का होना। 
  • वजन घटना। 
  • निगाह का कमज़ोर होना। 

डायबिटीज का होम्योपैथिक में क्या इलाज है ?

  • होम्योपैथी उपचार प्राकृतिक हैं क्योंकि इस पद्धति में खनिजों, पौधों और जानवरों के अर्क का इस्तेमाल करके दवाएं बनती हैं। 
  • इसके अलावा अगर आपके शुगर के लक्षण ज्यादा गंभीर है तो इससे बचाव के लिए खुद डॉक्टर भी होम्योपैथिक उपचार का चयन करने के लिए नहीं कहेंगे।
  • वही होम्योपैथिक दवाई की बात करें तो “अब्रोमा ऑगस्टा” शुगर को जड़ से ख़त्म करने की बेहतरीन होम्योपैथिक दवा है। अगर आप इस दवाई को लेना चाहते है तो दिल्ली में होम्योपैथिक क्लिनिक का चयन करें।
  • “जंबोलनम या एस. क्यूमिनी” (काली बेर) बेहतरीन होम्योपैथिक दवा है, जो रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद करती है।
  • फॉस्फोरिक अम्ल, कोनियम, नैट्रम फॉस 3x, सेफलैंड्रा इंडिका, नैट्रम मुरी, आदि होम्योपैथिक दवाइयां डायबिटीज की समस्या से निजात दिलवाती है।

शुगर (डायबिटीज) के लिए होम्योपैथिक दवाएँ अगर आप भी डायबिटीज या शुगर का इलाज होम्योपैथिक तरीके से करवाना चाहते है तो इसके लिए आप अफेक्टो होमियोपैथी क्लिनिक से सम्पर्क कर सकते है। 

निष्कर्ष :

डायबिटीज की समस्या उत्पन होने से ये अपने साथ कई अन्य बीमारी को भी पैदा कर सकती है इसलिए इसके शुरुआती लक्षण दिखने पर फ़ौरन डॉक्टर का चयन कर लें।

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