आज के लेखन में हम साइनस की बीमारी के बारे में बात करेंगे, कि ये बीमारी है क्या और क्यों उत्पन होती है, साइनस के कारण लक्षण और घरेलू उपचार क्या है !
साइनस (Sinus) की बीमारी क्या है ?
इस बीमारी का वर्णन हम निम्न में प्रस्तुत करेंगे ;
- साइनस (Sinus) नाक का एक रोग है। साइनस में नाक तो अवरूद्ध होता है, साथ ही नाक में कफ आदि का बहाव भी अधिक मात्रा में होता है।
- तो वही कुछ लोगों की आम धारणा है कि इस रोग में नाक के अन्दर की हड्डी बढ़ जाती है या तिरछी हो जाती है जिसके कारण सांस लेने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है। इस अवस्था के मरीज़ को जब भी ठण्डी हवा या धूल, धुआँ उस हड्डी पर टकराते है, तो व्यक्ति काफी परेशान हो जाता है।
- साइनस हमारे नाक के आसपास, गाल व माथे की हड्डी के पीछे तथा आँखों के बीच के भाग में पैदा होने वाली बीमारी है
साइनस की बीमारी के कारण क्या है ?
साइनस की बीमारी के निम्नलिखित कारण है ;
- साइनस उत्पन्न होने का सबसे सामान्य कारण है जुकाम।
- प्रदूषण की समस्या भी साइनस की बीमारी को पैदा करती है।
- बहुत से लोगों को नाक सम्बन्धी एलर्जी होती है, अगर वो प्रदूषित वातावरण में आ जाए तो।
- अस्थमा, की बीमारी होने पर व्यक्ति सांस सही से नहीं ले पाता, जिससे उसे साइनस की बीमारी का सामना भी करना पड़ सकता है।
साइनस की बीमारी के लक्षण क्या है ?
इसके निम्नलिखित लक्षण है, जैसे ;
- सूंघने की शक्ति का कमजोर होना।
- दांतो में दर्द का होना।
- आवाज में बदलाव का होना।
- आँखों के ऊपर दर्द का होना।
- बुखार और बेचैनी इत्यादि।
यदि आपने साइनस के लक्षण देखे है और उसका इलाज होम्योपैथिक तरीके से करवाना चाहते है। तो लुधियाना में बेस्ट होम्योपैथिक डॉक्टर का चयन करे।
साइनस की बीमारी से निजात दिलवाने में कौन से घरेलू उपचार है सहायक ?
निम्न कुछ घरेलू उपचारो का इस्तेमाल करके आप खुद को इस बीमारी से निजात दिलवा सकते है ;
- अदरक का सेवन सहायक है।
- लहसुन और प्याज का सेवन आपको जरूर करना चाहिए यदि आपको साइनस की बीमारी है।
- 3 से 4 लीटर पानी पीने से साइनस ही नहीं, बल्कि हर बीमारी से निजात पा सकते है।
- एक गिलास दूध में एक छोटा चम्मच हल्दी और एक छोटा चम्मच शहद मिलाकर दो हफ्ते इस्तेमाल करने से आप इस बीमारी से निजात पा सकते है।
- एक गिलास गरम पानी में एक छोटा चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर पीने से साइनस के कीटाणु का खात्मा किया जा सकता है।
- साइनस में भाप लेना जरूरी होता है। बस इसमें आपको बड़े बर्तन में गर्म पानी को डालना है फिर उसे सूंघना है।
साइनस की बीमारी का इलाज यदि आप होम्योपैथिक तरीके से करवाना चाहते हो तो दिल्ली में बेस्ट होम्योपैथिक क्लिनिक से सम्पर्क करे।
सुझाव :
यदि आप चाहते है कि आप कोई भी दवाई ले, उसका कोई नुकसान न हो और बीमारी का खात्मा भी जड़ से हो जाए तो इसके लिए आप अफेक्टो होमियोपैथी क्लिनिक से जरूर सम्पर्क करे। क्योकि इस क्लिनिक में होमियोपैथी दवाई की मदद से साइनस की बीमारी का खात्मा जड़ से किया जाता है।
निष्कर्ष :
साइनस के कारण लक्षण और घरेलू उपचार को जानने के बाद आपको साइनस की बीमारी को लेकर जरा सी भी लापरवाही नहीं करनी है। बल्कि सही समय पर इसके उपचार को अमल में लाना चाहिए।