गले में खराश की समस्या अक्सर बदलते मौसम या एलर्जी की वजह से व्यक्ति में ज्यादा पाई जाती है। या फिर बदलते मौसम में कुछ ठंडा या गर्म खाने से या दोनों एक साथ खाने से भी हमे इस समस्या का सामना करना पड़ता है। इसलिए इस आर्टिकल में हम बात करेंगे कि कैसे हम गले में खराश का होम्योपैथी उपचार की मदद से निजात पा सकते है ;
गले में खराश की समस्या क्या है ?
ये बहुत ही पीड़ित मंजर होता है, व्यक्ति के लिए, ये समस्या और क्या है, इसके बारे में हम विस्तार से बात करेंगे ;
- गले में खराश की वजह से कई बार गले में इंफेक्शन हो सकता है. कई बार गले में होने वाला इंफेक्शन हफ्तों तक परेशान कर सकता है. प्रदूषण के छोटे-छोटे कण रेस्पिरेटरी सिस्टम में तकलीफ पैदा कर सकते हैं जिससे खांसी और अस्थमा की समस्या भी बढ़ सकती है।
- गले में खराश कई कारणों से हो सकता है जैसे सर्दी, फ्लू, नाक से पानी आना, एसिड रिफ्लक्स आदि। गले में खराश सफेद पैच के रूप में और टॉन्सिल पर गहरे लाल धब्बे के रूप में , बुखार , जोड़ों में दर्द , दाने, निर्जलीकरण के साथ हो सकता है।
गले में खराश की समस्या से निजात पाने के लिए आप जालंधर में बेस्ट होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क करे।
गले में खराश के लक्षण क्या है ?
इसके लक्षण निम्नलिखित है ;
- भोजन खाते हुए गले में दर्द।
- गले में खुजली, जलन और खरोंच सा महसूस होना।
- निगलने में कठिनाई का सामना करना।
- दर्द के साथ लालिमा, गले और टॉन्सिल की सूजन।
- टॉन्सिल पर सफेद पैच, मवाद या अल्सर।
- आवाज की कर्कशता।
- खाँसना में दिक्कत का सामना करना।
- गले में जलन आदि।
इसके लक्षण अगर आपमें ज्यादा नज़र आने लगे तो इसके लिए आप दिल्ली में बेस्ट होम्योपैथिक क्लिनिक से संपर्क कर्रे।
गले में खराश के लिए क्या है, होम्योपैथिक दवाई ?
- एकोनाइट, इसको खुजली के लिए उपयोग में लिया जाता है।
- बेलाडोना, तीव्र दर्द और लाली के साथ गले के लिए बेहतरीन होम्योपैथिक दवा।
- नैट्रम म्यूर, कोल्ड और फ्लू के साथ गले के लिए होम्योपैथिक दवा।
- मर्क सोल, निगलने में परेशानी के लिए होम्योपैथिक दवा।
- आर्सेनिक एल्बम, इसका उपयोग सर्दी और जुखाम से बचने के लिए किया जाता है।
- हेपर सल्फ, इसका प्रयोग तब किया जाता है, जब गले में दर्द की समस्या होती है।
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गले में खराश का इलाज क्या है ?
इसके इलाज निम्न है ;
- पर्याप्त आराम करना और आवाज को आराम देना।
- गले को नम रखने के लिए ज्यादा तरल पदार्थ का सेवन करे।
- आसानी से पचने वाले खाद्य पदार्थ और आराम से पेय पदार्थ जैसे कि शोरबा, ग्रीन टी, शहद और अदरक के साथ बर्फ के टुकड़े का इस्तेमाल करे।
- गर्म नमक के पानी से दिन में दो से तीन बार गरारे करने से गले को शांत करने, सूजन को कम करने और संक्रमण के बिगड़ने से रोकने में मदद मिल सकती है।
सुझाव :
अफेक्टो होम्योपैथिक क्लिनिक से गले में खराश का होम्योपैथी उपचार की मदद से आप निजात पा सकते है। बस यहाँ के डॉक्टर से आपको सम्पर्क करने की जरूरत होगी।
निष्कर्ष :
गले में खराश की समस्या काफी गंभीर बन जाती है, अगर इसका समय पर इलाज न करवाया जाए तो, इसलिए बदलते मौसम में अपना खास ध्यान रखे और उपरोक्त हल्के लक्षण भी नज़र आए तो डॉक्टर के संपर्क में जरूर से जाए।
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